दलगत राजनीति नहीं करने का दावा करने वाले वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का दामन थामने की अटकलें लग रही हैं। विधानसभा चुनाव में वाघेला ने जनविकल्प नामक मोर्चा बनाकर सवा सौ प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, लेकिन सभी की जमानत जप्त हो गई थी।गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री व कद्दावर क्षत्रिय नेता शंकर सिंह वाघेला ने विधानसभा चुनाव के पहले ही कांग्रेस का दामन छोड दिया था।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा की मदद करने के भी उन पर आरोप लगे थे। वाघेला ने गुजरात की जनता की हित में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने का एलान करते हुए कहा था कि अब वे किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे, लेकिन माना जा रहा है कि आगामी 30 जनवरी को एनसीपी सुप्रीमो शरद पंवार की मौजदूगी में वाघेला एनसीपी में शामिल होंगे।
आरएसएस व जनसंघ से अपनाा सार्वजनिक व राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करने वाले वाघेला ने बीते दो दशक तक कांग्रेस में रहकर केन्द्रीय मंत्री व प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता विपक्ष जैसे पद काभी लाभ उठाया, लेकिन मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज वाघेला ने कांग्रेस छोड़कर अपना जनविकल्प मोर्चे का गठन कर लिया था। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पटेल का कहना है कि वाघेला 30 जनवरी को एनसीपी में शामिल होंगे।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा की मदद करने के भी उन पर आरोप लगे थे। वाघेला ने गुजरात की जनता की हित में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने का एलान करते हुए कहा था कि अब वे किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे, लेकिन माना जा रहा है कि आगामी 30 जनवरी को एनसीपी सुप्रीमो शरद पंवार की मौजदूगी में वाघेला एनसीपी में शामिल होंगे।
आरएसएस व जनसंघ से अपनाा सार्वजनिक व राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करने वाले वाघेला ने बीते दो दशक तक कांग्रेस में रहकर केन्द्रीय मंत्री व प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता विपक्ष जैसे पद काभी लाभ उठाया, लेकिन मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज वाघेला ने कांग्रेस छोड़कर अपना जनविकल्प मोर्चे का गठन कर लिया था। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पटेल का कहना है कि वाघेला 30 जनवरी को एनसीपी में शामिल होंगे।
Comments
Post a Comment