तेलंगाना में विधानसभा चुनाव पूर्व गठबंधन करने के बाद मिली असफलता के मद्देनज़र कांग्रेस ने फैसला किया है कि वो आंध्र प्रदेश में विधानसभा व लोकसभा के लिए अकेले चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के महासचिव और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमेन चांडी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस सत्ताधारी पार्टी टीडीपी के साथ किसी भी तरह का कोई भी गठबंधन नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, 'हम सभी 175 विधानसभा सीटों और 25 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे। टीडीपी से हमारा कोई लेना देना नहीं है।' एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, 'चुनाव की तैयारियों को लेकर हम 31 जनवरी को फिर से मिलेंगे। कांग्रेस सभी 13 जिलों में बस यात्रा भी निकालेगी।' आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एन रघुवीर रेड्डी ने कहा कि उन्होंने गठबंधन का फैसला राहुल गांधी के ऊपर छोड़ दिया है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो आंध्र प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे।
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के पहले गठबंधन करने के बाद कांग्रेस को कुल 19 सीटें ही मिलीं जबकि 2014 में 21 सीटें मिली थीं। टीडीपी को कुल 2 सीटें मिली जबकि इससे पहले उसे कुल 15 सीटें मिली थीं। तेलंगाना राष्ट्र समिति को 88 सीटें मिली थीं।
उन्होंने कहा, 'हम सभी 175 विधानसभा सीटों और 25 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे। टीडीपी से हमारा कोई लेना देना नहीं है।' एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, 'चुनाव की तैयारियों को लेकर हम 31 जनवरी को फिर से मिलेंगे। कांग्रेस सभी 13 जिलों में बस यात्रा भी निकालेगी।' आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एन रघुवीर रेड्डी ने कहा कि उन्होंने गठबंधन का फैसला राहुल गांधी के ऊपर छोड़ दिया है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो आंध्र प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे।
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के पहले गठबंधन करने के बाद कांग्रेस को कुल 19 सीटें ही मिलीं जबकि 2014 में 21 सीटें मिली थीं। टीडीपी को कुल 2 सीटें मिली जबकि इससे पहले उसे कुल 15 सीटें मिली थीं। तेलंगाना राष्ट्र समिति को 88 सीटें मिली थीं।
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