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आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को आरक्षण 👌देगा रेलवे, इतने हजार लोगों को 🚂मिलेगी नौकरी!

आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों के लिए संविधान संशोधन के तहत रेलवे भर्ती करेगा. इसमें मौजूदा आरक्षण व्यवस्था को बरकरार रखा जाएगा. उससे कोई छेडछाड़ नहीं होगी. इस तरह 23000 लोगों को अगले 2 साल में सवर्ण आरक्षण के तहत नौकरी मिलेगी. आपको बता दें कि रेलवे केंद्र सरकार की तरफ से पहली संस्था है, जिसने इसे लागू करने का ऐलान किया है.

12 लाख से ज्यादा लोग अभी रेलवे में नौकरी कर रहे हैं. अगले 2 साल में एक लाख रिटायर्ड हो रहे हैं. 1.5 लाख नौकरी की प्रक्रिया चल रही है. 2.5 लाख नौकरी देने के लिए सिलसिला शुरू किया जाएगा. ताकि भविष्य में खाली पदों पर साथ साथ भर्ती की जा सके.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बेरोजगारों के लिए बड़ा ऐलान किया है. पीयूष गोयल कहा कि पिछले वर्ष हमने डेढ लाख लोगों को नौकरी देने का अवसर प्रदान किया था, अगले दो वर्षों में सेवानिवृति से होने वाली वैकेंसी और अन्य स्थानों के लिए कुल मिलाकर 4 लाख लोगों को नौकरी का अवसर रेलवे देने जा रहा है.

उन्होंने कहा कि रेलवे में 2 लाख 30 हज़ार और वेकैंसी निकाली जाएगी. रेलवे में अभी 1 लाख 32 हज़ार अभी पद खाली है. दो साल में 1 लाख लोग और रिटायर होने वाले हैं. लिहाज़ा पुरानी ग्रुप सी और ग्रुप डी की वेकैंसी और इस बार जो वेकैंसी रेलवे निकालने वाला है उसको मिला दें तो रेलवे 2 साल में करीब लाख भर्तियां करेगा.

आपको बता दें कि 2 लाख 30 हजार नए पदों पर होने वाली भर्ती में आर्थिक रूप से कमजोर उम्मीदवारों को 10 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. ये भर्ती 2 फेज में होगी. पहले फेज में 1 लाख 31 हजार 428 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा. ये नोटिफिकेशन फरवरी या मार्च में जारी किया जाएगा. जबकि दूसरे फेज में 99 हजार पदों पर भर्ती के लिए मई-जून 2020 में नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा.

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